Ram क्या है – अगर आप जानना चाहते है कि रैम क्या है, यह कैसे काम करता है और आपके Computer या Smartphone में कितना Ram होना चाहिए तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़े क्योंकि इसमें आपको मैं What Is RAM In Hindi की पूरी जानकारी देने वाला हूँ।
कुछ सालो पहले जब मोबाइल इतने स्मार्ट नहीं हुए थे तब कोई ज्यादा RAM की बातें नहीं करता था लेकिन जैसे जैसे Android Smartphones का चलन बढ़ता गया वैसे वैसे लोगो को अपने मोबाइल में Slow performance, Hang होने की समस्या या कोई app शुरू होते ही आटोमेटिक उसका बंद हो जाने जैसी समस्याए भी देखने को मिलने लगी।
तब लोगो को यह पता चला कि ये mobile में RAM कम होने की वजह से ऐसा हो रहा है जिसके बाद लोग ज्यादा Ram वाले smartphones को लेने लगे और आज के समय मे 16 Gb Ram तक के smartphones market में आ चुके है।

और यही कारण है कि आज जब भी कोई नया स्मार्टफोन लेने जाता है तो उनका सबसे पहला सवाल यही होता है कि इसका Ram कितना है और Storage कितना है (हालांकि मोबाइल के slow performance का कारण सिर्फ मोबाइल का ram ही नही होता है)
इसीलिए आज मैं ये आर्टिकल लेकर आया हूँ जिसमे आपको मैं बताने वाला हूँ कि Ram क्या होता है ये कैसे काम करता है और अगर आप नया laptop या mobile ले रहे है तो उसमें कितना रैम होना चाहिए। तो चलिए इस आर्टिकल को शुरू करते है।
मेमोरी क्या है – What is Memory in Hindi
दोस्तों हमारे शरीर से हम दिन भर में बहुत सारे काम करते है ऐसे में हमारा दिमाग हमें बहुत सारी चीज़े याद रखने में मदद करता है इसे हिंदी मैं याददाश्त कहते है और इंग्लिश में इसे मेमोरी कहते है। अगर हम हमारे फ़ोन या कम्प्यूटर की बात करे तो हमारा जो भी डाटा होता है उसे याद रखने का काम इन डिवाइस के अंदर मेमोरी में लगा कर किया जाता है।
जब भी हम किसी कम्प्यूटर के अंदर मेमोरी लगाते तब वह मेमोरी उस कम्प्यूटर में होने वाली सभी गतिविधियों के साथ सभी डाटा को अपने अंदर सेव करके रखता है यही एक मेमोरी का असल काम होता है। मेमोरी को छोटे छोटे हिस्सों में बांटा गया है जिसे सेल कहते है और हर सेल का एक अपना खुद का एड्रेस होता है जिससे एक कम्प्यूटर उस फाइल को ढूंढता है। यह 0 से शुरू होता है और एक सेल का साइज़ 1Kb होता है यहाँ अगर आपको बताऊ तो 10KB के सेल निकलने के लिए 10✕1024 = 10240 सेल होंगे।
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- Operating System क्या है।
- IP Address क्या होता है।
मेमोरी के प्रकार
मेमोरी मुख्यतः तीन तरह की होती है और हर मेमोरी का अपना खुद का अलग कार्य होता है जो की इस तरह है
- Primary Memory
- Secondary Memory
- Cache Memory
ये मुख्या तीन तरह की मेमोरी होती है जिनके बारे में हम विस्तार से पढेंगे परन्तु यहाँ हम Ram क्या है के बारे में जानेंगे जो की प्राइमरी मेमोरी के अंतर्गत आती है इसलिए बाकी की दोनों मेमोरी को हम छोड़ देते है क्युकी यह पोस्ट काफी लम्बा हो जायेगा।
Primary Memory क्या है
किसी भी कम्प्यूटर में यह मेमोरी मुख्य मेमोरी होती है क्युकी पूरी तरह से कम्प्यूटर इसी के आधार पर अपना कार्य संचालित करता है इसे Main Memory भी कहा जाता है इन मेमोरी की स्पीड थोडी कम होती है और यह मेमोरी सेमीकंडक्टर टाइप की होती है कम्प्यूटर जब तक चलता है तब तक इसी मेमोरी में जितना भी डाटा प्रोसेस होता है इसी मेमोरी में होता है। और इस मेमोरी के बिना दूसरी मेमोरी अपना काम अच्छे से संपन्न नहीं कर सकती यहाँ हम RAM की अगर बात करे तो वह भी इसी Memory के अंतर्गत आती है Primary Memory के 2 भाग होते है।
- RAM
- ROM
RAM क्या है – What Is RAM In Hindi
Ram का Full Form “Random Access Memory” होता है। किसी भी कम्प्यूटर और फ़ोन में जो भी प्रोग्राम वर्तमान समय में चालू रहता है तब वह प्रोग्राम Ram Memory में ही अपनी प्रोसेस करता है इस मेमोरी की स्पीड काफी फ़ास्ट होती है और एक ही समय में एक साथ 2 या 2 से अधिक प्रोग्राम या Software को रन करने का काम इसी मेमोरी द्वारा किया जाता है। इन मेमोरी का साइज कम होता है और एक कम्प्यूटर में सबसे कम 2 GB मेमोरी में भी काम हो सकता है और आजकल फ़ोन की बात की जाए तो 6 और 8 GB तक होती है जिनसे फ़ोन की परफॉरमेंस बहुत फ़ास्ट हो जाती है।
RAM किस तरह काम करती है
यहाँ आपको मेने अभी ऊपर बताया है की एक Ram किस तरह काम करती है परन्तु यहाँ मैं आपको बहुत ही बारीकी से समझाने वाला हु की आखिर एक कम्प्यूटर या फिर स्मार्टफोन में Ram किस तरह काम करता है । दोस्तों यदि आप एक कम्प्यूटर खरीदते है तब आप उसमे जितना ज्यादा Ram लगवाते है उतनी ही आपके कम्प्यूटर की परफॉरमेंस अच्छी होती है और आप एक ही समय में ज्यादा से ज्यादा सॉफ्टवेयर का उपयोग कर सकते है वह भी बिना किसी भी परेशानी के।
दोस्तों यहाँ आप बहुत से ऐसे सॉफ्टवेयर का उपयोग भी करते होंगे जिनका फाइल साइज काफी बड़ा होता है ऐसे में अगर उस एप्लीकेशन का साइज 2 GB का है और आपकी Ram ही पूरी 2GB की है तब वह सॉफ्टवेयर खुलने में बहुत ही परेशानी उत्पन्न करेगा और अगर ओपन हो भी गया तो बिच में बंद हो जायेगा।
यहाँ आपको मैं एक उदाहरण के द्वारा समझाऊ तो मानलीजिए आप एक छोटे घर में रहते है और आपके लिए वह घर ठीक है क्युकी आप अकेले है और आपके लिए पूरी जगह पर्याप्त है तो आपको कोई भी परेशनी नहीं आएगी वही अगर आप उसी छोटे घर में रहते है और वह एक ही कमरा है और घर में 20 मेहमान आ गये तब आप उन्हें एक कमरे में कैसे रखेंगे अगर अपने रख भी लिया तब सबको एक ही कमरे में रहने में बहुत परेशानी होगी।
बस इसी तरह की एक Ram कम्प्यूटर और मोबाइल में काम करता है जितने ज्यादा Ram होगी उतना ही बड़ा स्पेस होगा और ज्यादा से ज्यादा एप्लीकेशन का उपयोग आसानी से कर पाएंगे तो आप जब भी एक कम्प्यूटर या मोबाइल लेने जाए तब ज्यादा से ज्यादा Ram ही ले और अगर कीमत की बात करे तो कीमत बढ़ जाती है फिर अपने उपयोग के हिसाब से आप Ram को बढ़वा सकते है अगर आप भारी काम करते है तब आपको ज्यादा Ram लगेगी जैसे बड़े बड़े Software रखना Game खेलना इत्यादि कामो के लिए। अगर आपको ज्यादा heavy games नही खेलना है या सॉफ्टवेयर इस्तेमाल नही करना है तब 4 GB Ram का PC के साथ आपका काम आराम से हो जाएगा और 3Gb Ram तक के मोबाइल से भी आपका काम चल जाएगा।
Ram के प्रकार
मुख्यतः Ram 2 तरह की होती है एक SRam होती है और दूसरी Dynamic Ram होती है और इन दोनों ही मेमोरी के अलग अलग उपयोग है जिनके बारे में हम नीचे विस्तार से जानेंगे
- Static Ram और SRam
- Dynamic Ram और DRam
Static Ram (SRam)
Static Ram का फुल फॉर्म “Static Random Acsses Memory” होता है यहाँ इस Static इसलिए कहा जाता है क्युकी इसमें प्रोसेस होने वाला डाटा स्थिर रहता है और जब भी कोई प्रोग्राम इसके अंदर प्रोसेस में होता है तब इसे रिफ्रेश नहीं करना पड़ता है। जब तक आपका सिस्टम चालू रहेगा तब तक इसमें डाटा प्रोसेस होता रहेगा जैसे ही सिस्टम बंद होता है वैसे डाटा भी प्रोसेस होना बंद हो जाता है। इसलिए इस मेमोरी को Cache Memory के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है । इस मेमोरी की स्पीड काफी तेज होती है दूसरी मेमोरी की तुलना मैं यह काफी महँगी होती है इसे चलने में ज्यादा पावर चाहिए होता है इसे बहुत दिनों तक उपयोग कर सकते है इसे Static मेमोरी या फिर Sram भी कहा जाता है।
Dynamic Ram (DRam)
Dynamic Memory का Full Form “Dyanamic Random Acsses Memory” होता है यह मेमोरी भी Ram की तरह की काम करती है इस मेमोरी में Ram Memory से थोड़ा अलग काम होता है जहा SRam को बिना रिफ्रेश किये उपयोग कर सकते है परन्तु इस मेमोरी में ऐसा नहीं होता है। Dram को उपयोग करने के लिए बार बार Refresh करना पड़ता है तभी इसमें Data Process किया जाता है
इस तरह की मेमोरी में डाटा रैंडम तरीके से प्राप्त होता है और नया डाटा स्टोर होता रहता है इस Ram के कारन प्रोसेसर की कार्यक्षमता बढ़ जाती है। जिसके कारन आपको एक स्मूथ परफॉरमेंस प्राप्त होती है। SRam की तरह ही इस मेमोरी में भी तब तक ही डाटा स्टोर रहता है जब तक पावर सप्लाई होती रहती है जैसे ही पावर सप्लाई बंद हो जाती है तब ही डाटा भी गायब हो जाता है।
इस तरह की मेमोरी में सबसे ज्यादा DDR-3 Ram का उपयोग किया जाता है और आजकल इस मेमोरी का उपयोग ज्यादा किया जा रहा है कम्प्यूटर और स्मार्टफोन में। इन मेमोरी की स्पीड काफी धीमी होती है बहुत कम दिनों तक चलती है इन्हे उपयोग में कम पावर चाहिए होती है इस तरह की मेमोरी को DRam भी कहा जाता है।
Ram की क्या क्या विशेषताएं है
- CPU के साथ काम करती है।
- Ram के बिना प्रोसेसर अपना काम नहीं कर सकता।
- एक कम्प्यूटर को चलने में Ram Memory की अहम् भूमिका है।
- एक साथ 2 या 2 से अधिक सॉफ्टवेयर का उपयोग कर सकते है।
- इनकी स्पीड काफी तेज होती है।
- कीमत में थोड़ी महगी होती है।
- एक Normal मेमोरी और Ram मेमोरी में अंतर होता है।
ROM क्या है – ( What Is ROM In Hindi)

Rom का Full Form “Read Only Memory” होता है किसी भी डिवाइस को प्रोग्राम करने के लिए इस मेमोरी का उपयोग जाता है इस मेमोरी में से डाटा को केवल पढ़ा जा सकता है इसमें जो डाटा प्रोग्राम किया जाता है उससे छेड़छाड़ करना संभव नहीं हो पता है जिसे Rom कहते है।
ROM के विभिन्न प्रकार – (Types of ROM in Hindi)
- MROM
- PROM
- EPROM
- EEPROM
इनमे से हर ROM का अपना अलग कार्य है और अलग अलग कार्यो के हिसाब से एक डिवाइस में उपयोग में लाया जाता है।
फ़ोन और कम्प्यूटर में कितनी Ram होना चाहिए
दोस्तों यदि आप एक कम्प्यूटर या फिर एक नया फ़ोन लेने जा रहे है तब आपको कम से कम कितनी Ram का फ़ोन और कम्प्यूटर लेना चाहिए जिससे की सभी सॉफ्टवेयर और उसके अलावा एक दिवस में होने वाला काम अच्छे से हो पाए। तो जानते है की एक कम्प्यूटर और स्मार्टफोन में Ram कितनी होना चाहिए।
कम्प्यूटर में कितनी Ram होना चाहिए
दोस्तों एक कम्प्यूटर में आप जब भी Ram ले तब अपने उपयोग के हिसाब से Ram लगवाए। जिससे की आपको एक अच्छी Performance मिले और आपको काम करने का सही अनुभव हो सके। तो दोस्तों एक सिंपल से कम्प्यूटर में आपको 2GB की Ram कम से कम लगवाना ही चाहिए जिससे की कम से कम 4 से 6 सॉफ्टवेयर आसानी से एक साथ चल सके और कम्प्यूटर में किसी भी तरह का हैंग प्रॉब्लम न हो। और Dual Core प्रोसेसर लगवाए तब कही जाकर आपका कम्प्यूटर अच्छे से काम कर पाता है।
लेकिन अगर आप अपने laptop या PC में थोड़े heavy task करना चाहते है तो आपको कम से कम 4Gb RAM लेना ही चाहिए और अगर आप Heavy Gaming करना चाहते है अपने PC में तो मैं आपको 8Gb RAM लेने की सलाह दूंगा।
Smartphone कितना RAM होना चाहिए
पहले के समय में एक एंड्राइड फ़ोन में 512MB तक ही Ram होती थी फिर जैसे जैसे Improvement होते गए वैसे वैसे एक स्मार्टफोन की Ram को भी बढ़ाया गया और साथ साथ प्रोसेसर को भी अच्छा बनाया गया परन्तु यहाँ आप अपनी कीमत के अनुसार एक स्मार्टफोन की Ram को बढ़ा सकते है।
यदि आप High Games जैसे की PUBG FreeFire खेलते है तब कम से कम आपके स्मार्टफोन में 4GB तक Ram होना ही चाहिए इससे कम में Game की Performance अच्छी नहीं रहेगी। और इसके अलावा आप Normal Daily उपयोग के लिए Smartphone रखते है तब आपको 3GB तक का फ़ोन भी अच्छा अनुभव देगा। परन्तु यहाँ आप जितनी ज्यादा Ram लेते है आपका प्रोसेसर भी उतना अच्छा होना चाहिए तब कही जाकर आपको Smooth Performance देखने को मिलेगी।
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अंतिम शब्द
दोस्तों मुझे उम्मीद है आज आपको हमारे Ram क्या है यानी What is RAM in Hindi पोस्ट से काफी कुछ सिखने को मिला होगा और यदि अपने यह पोस्ट पूरा पढ़ लिया है तब आप इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे और इस पोस्ट के सम्बन्ध में आपको सवाल या सुझाव है तब आप हमें कमेंट के माध्यम से बता सकते है ताकि हम आपका फीडबैक जान सके।
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