CPU क्या है – What is CPU in Hindi : दोस्तों आप जब भी कोई नया कम्प्यूटर लेने जाते है तब आपके मन में यह सवाल जरूर आता होगा की CPU कैसे बनवाना पड़ता है और CPU (Central Processing Unit) में क्या क्या स्पेसिफिकेशन होते है और किस तरह से एक अच्छा व् सस्ता CPU बनवाया जाए तो आपको घबराने की बिलकुल भी जरुरत नहीं है क्युकी आज इस पोस्ट में आपको CPU क्या है CPU कैसे काम करता है CPU में Cores क्या होते है और इसके अलावा जितने भी प्रोसेसर होते है सभी के बारे में डिटेल में जानकारी देने वाला हु ताकि आप जब भी CPU में कोई अपग्रेड करे या फिर नया कम्प्यूटर लेने जाए तब आपको किसी भी तरह का कन्फयूजन न रहे। है।
दोस्तों जिस तरह हमारा दिमाग हमारे शरीर के लिए काम करता है और सारे दिनभर के कार्य संचालित करता है ठीक उसी तरह भी एक कम्प्यूटर के लिए सभी काम उसका CPU करता है जिसे हिंदी में “केंद्रीय प्रसंस्करण इकाई” कहते है। यहाँ एक कम्प्यूटर के लिए उसका CPU ही उसका दिमाग कहलाता है जिसके माध्यम से वह सभी निर्देशों और गतिविधियों को सही रुप से संचालित कर पाता है जिसके कारण हमें किसी भी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है।
पहले के समय में एक नार्मल प्रोसेसर का CPU उपयोग में लाया जाता था परन्तु जैसे जैसे कम्प्यूटर और इंटरनेट का विकास होता गया वैसे वैसे इनके अंदर लगने वाले सभी भागो को भी विकसित किया जाने लगा। और पहले के समय में बहुत ही कुछ ऐसे काम थे जो कम्प्यूटर की मदद से किये जाते थे परन्तु जैसे जैसे कम्प्यूटर की डिमांड बढ़ती गई वैसे वैसे CPU को भी काफी फ़ास्ट किया जाने लगा और आपका CPU जितना ज्यादा फ़ास्ट होगा उतना ही आप एक साथ बहुत सारे प्रोग्राम्स को रन कर पाएंगे और सभी प्रोग्राम्स जल्दी से Process हो पाएंगे, लेकिन अगर आपका CPU Slow चल रहा है तब आपका जो भी प्रोग्राम है वह धीरे धीरे ही काम करेगा इसलिए जब भी आप दुकानदार के पास CPU लेने जाए तो अपने उपयोग के हिसाब से ही CPU बनवाये जैसे की आपको यदि आपको बहुत ही सिंपल कार्यो के लिए एक CPU की आवश्यकता है तब आप Normal CPU ही बनवाये यानि RAM, Processor इत्याति कम लगवाए जिससे की आपका खर्चा भी कम हो और आपका काम भी सही तरीके से हो पाए।
क्युकी यहाँ बहुत से दुकानदार ऐसे होते है जो आपको बहुत ज्यादा Heavy CPU बनवाने की राय देते है चाहे आपको उस powerful CPU की जरुरत ही न पड़ती हो और इनके बदले आपको ठग लिया जाए। यदि आप एक नार्मल System बनवाना चाहते है तब आप Dual Core Processor , 2GB Ram और Windows का Version भी डलवा सकते है जिससे की आपका कम्प्यूटर सही तरीके से काम कर पाए अगर आप अपने Heavy task के लिए CPU बनवा रहे है तो में आपको एक अच्छा CPU लेने की सलाह दूंगा।
अब तक आपको CPU क्या है समझ में आ ही गया होगा अगर नहीं आया तो फिर भी कोई बात नहीं हम आगे इस पोस्ट में आपको विस्तार से जानकारी प्रदान करने वाले है जिसका मदद से आप CPU से सम्बंधित सभी चीज़ो को आसानी से समझ पाएंगे।
CPU क्या है – What is CPU in Hindi

CPU एक छोटा सा हार्डवेयर होता है जो की किसी भी कम्प्यूटर यूजर द्वारा दिए गए डाटा को प्रोसेस करता है व् पूरी तरह प्रोसेस हो जाने के बाद आउटपुट देता है यह कम्प्यूटर प्रोग्राम्स के सभी कार्यो को पूरा करता है। कम्प्यूटर में होने वाला छोटे से छोटा निर्देश भी बिना CPU के नहीं हो सकता है। इसे कम्प्यूटर का दिमाग भी कहते है। जिस तरह हमारे शरीर में हमारा दिमाग महत्वपूर्ण माना जाता है उसी तरह एक कम्प्यूटर के लिए भी CPU सबसे महत्वपूर्ण पार्ट माना जाता है इसके बिना एक कम्प्यूटर का अस्तित्व होना ना मुमकिन है।
एक CPU के अंदर बहुत मात्रा में ट्रांसिस्टर्स होते है इन्ही ट्रांसिस्टर्स की मदद से एक CPU अपनी सभी छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी प्रोसेस को पूरा कर पाने में सक्षम बन पता है। मान लीजिये आप कम्प्यूटर में एक इमेज फाइल को ओपन कर रहे है तब उस प्रोग्राम में है जिस में आपको फाइल दिखाई दे रहा है और साथ ही अब आप उस image फाइल को ओपन करने के लिए किसी भी फोटो व्यूअर का उपयोग करेंगे तब यह दोनों प्रोग्राम्स अच्छे से रन हो पाए इसका निर्देश आपका कम्प्यूटर सबसे पहले CPU को ही देता है पर यहाँ आपका इमेज फाइल बिना समय लगाए तुरंत खुल जाता है ऐसा इसलिए होता है क्युकी एक CPU यह सभी प्रोसेस बहुत ही जल्दी करता है।
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अगर आपका CPU को लोग हमेशा प्रोसेसर बोलते है यह आखिर कुछ हद तक सही भी माना जाता है परन्तु सही मायने में CPU और प्रोसेसर में अंतर होता है और प्रोसेसर अलग अलग क्षमता के हिसाब से आते है जिन्हे हम Cores कहते है (जैसे की i3, i4, i7 इत्यादि)
यहाँ CPU में प्रोसेसर के साथ साथ बहुत से कम्पोनेंट्स भी लगे होते है जैसे की Ram, Hard Disk, Fan और Processor यह सभी और इसके अलावा छोटे छोटे कम्पोनेंट्स भी CPU में लगे होते है तो यहाँ पर यह बात बिलकुल ही गलत है की CPU और प्रोसेसर एक ही होता है हलाकि सभी कार्य CPU से ही किये जाते है इसलिए बहुत से लोग CPU को ही प्रोसेसर समझते है।
यहाँ आपको यह अच्छे से समझ आ गया होगा की आखिर CPU क्या है और CPU और प्रोसेसर में क्या अंतर होता है CPU के बारे में और विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारा यह पोस्ट पूरा पढ़े ताकि आपको सही से सभी चीज़े पता चल पाए।
CPU Full Form
CPU का Full Form “Central Processing Unit” होता है जिसका हिंदी में अर्थ “केंद्रीय प्रसंस्करण इकाई” होता है। बहुत से लोग इसे नार्मल शब्दों में प्रोसेसर भी कहते है।
CPU के प्रकार
कोई भी CPU उसकी कार्यक्षमता के हिसाब से कार्य करता है और CPU यूनिट से हिसाब से काम करता है। ज्यादा शक्तिशाली CPU में ज्यादा Cores होते है जिसकी वजह से हमें ज्यादा पावर मिलती है CPU कितने प्रकार के होते है यह हम इस पोस्ट के अंदर जानेंगे जिससे हमें सही से जानकारी मिल पाए। एक सही CPU उस CPU को मानते है जो हमारे सभी कार्यो को आसानी से पूरा कर पाए जब भी आप CPU को बनवाये तब यह सुनिश्चित कर ले आपको क्या क्या काम करना है और कितनी पावर का CPU बनवाना पड़ेगा। आज CPU Intel और AMD जैसी कंपनी बनती है और यह अलग अलग Power के हिसाब से CPU बनती है। CPU के प्रकार कुछ इस प्रकार है।
- Single Core CPU
- Dual Core CPU
- Quad Core CPU
Single Core CPU
यह बहुत पहले के समय में उपयोग में लाये जाते थे और उस समय जब प्रोसेसर इतने विकसित नहीं हुआ करते थे जितने अब है इन Single Core प्रोसेसर की स्पीड काफी धीमी हुआ करती थी और यदि आप इनमे कोई भी सॉफ्टवेयर रन करते थे तब वह सही से काम करता था और बाद में इनकी गति धीमी हो जाया करती थी आप एक ही समय में 2 या 2 से ज्यादा प्रोग्राम रन नहीं कर पाते थे और यदि आपने एक साथ 2 से ज्यादा प्रोग्राम को रन कर लिया तब वह अपने आप बहुत धीमी गति कर देता था और पहले वाला जब तक पूरा टास्क नहीं कर देता था तब तक आपको रुकना पड़ता था। यह काफी पुराने प्रोसेसर हुआ करते थे। जो की अब उपयोग मैं नहीं लाये जाते है।
Dual Core CPU
इस तरह के CPU में 2 Cores से लगे होते है जो की Single Cores के pr0sesar से थोड़े ठीक माने जाते है परन्तु यहाँ पर इन CPU की कार्यप्रणाली Single Cores के CPU की ही तरह होती है बस इनमे एक साथ 2 Cores की क्षमता मिलती है इसलिए इनकी किसी भी प्रोग्राम को जल्दी संपन्न करने की गति थोड़ी ज्यादा मिल जाती है इस तरह के CPU में एक ही समय में 2 या 2 से अधिक प्रोग्राम्स को एक साथ रन आराम से रन किया जा सकता है।
इन प्रोसेसर में काम Single Cores के मुकाबले जल्दी हो जाने के साथ साथ पहले वाले प्रोग्राम को बंद नहीं करना पड़ता था जिससे की सभी प्रोग्राम्स एक साथ रन किये जा सकते है। यह Single Cores से थोड़े फ़ास्ट होते थे और Quad Core CPU के मुकाबले में थोड़े काम फ़ास्ट होते थे।
Quad Core CPU
इस तरह के प्रोसेसर में 2 Cores की बजाय 4 Cores होते है जिस तरह Dual Cores CPU में 2 Cores की ताकत होती थी उसी तरह इन CPU में 4 Cores की ताकत मिलती है। इस तरह के प्रोसेसर में ज्यादा से यदा प्रोग्राम को रन करने के साथ साथ भारी कामो को भी अंजाम दिया जा सकता था कुछ लोग एक साथ बहुत सरे प्रोग्राम को करते है जिससे की सभी प्रोग्राम सही से काम कर पाए उनके लिए Quad Core प्रोसेसर सही रहता है जिससे कार्यानुभव अच्छा मिल पाए यहाँ इन CPU का मतलब बिलकुल भी यह नहीं है की यदि एक बार में CPU में केवल एक ही प्रोग्राम को रन किया जाए तब वह काफी फ़ास्ट हो जायेगा बस यहाँ थोड़ा सा स्पीड तेज देखने को मिलेगा तो Quad Core CPU पहले के Single Core CPU और Dual Core CPu से काफी बेहतर Speed प्रदान करते है Quad Core CPU कहलाते है।
CPU किस तरह कार्य करता है
एक CPU किस तरह काम करता है यह आपको इस पैराग्राफ में बताऊंगा परन्तु किसी भी मशीन जब कोई कार्य को संपन्न करती है तो वह चरणों में अपना कार्य पूरा करती है और सबसे आखिरी वाले चरण में हमें कार्य का Output मिलता है कुछ इसी तरह एक CPU अपने कार्यो को पूरा करता है पर यह सब Second में होते है इसलिए हमें मालूम नहीं चल पता है एक CPU के कार्य करने के मुख्य तिने चरण होते है। जो की Fetch, Decodeऔर Execute होते है जिनके बारे में हम नीचे विस्तार से पढ़ेंगे।
Fetch
यह एक CPU का पहला चरण होता है इसमें एक CPU द्वारा किसी भी निर्देश को प्राप्त किया जाता है जो Ram द्वारा CPU तक भेजा जाता है यह Unit के फॉर्म में होता है यहाँ पर CPU द्वारा यह पहले ही पता लगा लिया जाता है की पहले निर्देश के बाद दूसरा निर्देश कौन सा आ रहा है और जो प्रोग्राम रन किया जा रहा है उसके सभी निर्देशों को याद रखा जाता है इसके बाद Instruction Register में जितने भी दिए गए निर्देश होते है सभी को भेज दिया जाता है और ये सब पूरा हो जाने के बाद PC को यह करना होता है की वह अगले निर्देश को Instruction Address पर भेज सके। यह CPU का पहला चरण कहलाता है।
Decode
पहले वाले चरण के पूरा होने पर सभी निर्देशों को IR में रख दिया जाता है इसके बाद CPU Instruction को आगे वाले Circuit में भेज देती है जिसे ID (Instruction Decoder) कहा जाता है यह सभी निर्देशों को Signals परिवर्तित कर CPU के आगे वाले भाग में भेज दिया जाता है। ताकि आगे की प्रक्रिया पूरी हो सके।
Execute
दूसरे चरण के बाद यह चरण सबसे अंतिम चरण होता है जिसमे CPU द्वारा जो भी निर्देश ID द्वारा Decode किये गए थे उन सभी आउटपुट को Write करके CPU को Register कर लिया जाता है और इन्हे बाद वाले निर्देशों के अनुसार इन्हे आगे Refer कर दिया जाता है ।
यहाँ इसी तरह एक CPU अपने सभी कार्यो को पूरा करता है और यह सबहि प्रक्रियाए कुछ Seconds में पूरी होती है जिसमे समय नहीं लगता है। दोस्तों अभी आप अच्छे से यह तो समझ ही गए होंगे की आखिर एक CPU किस तरह कम करता है।
CPU के कितने भाग होते है
दोस्तों कोई भी मशीन जब अपना काम करती है तो उसके कुछ भाग होते है और सभी भाग जब अपना अपना कार्य पूरा कर लेते है तब वह मशीन पूरा काम संपन्न करती है ऐसे में जब CPU की बात आती है तब CPU में भी उसके कुछ मुख्य भाग होते है जिनसे वह अपना काम समपन्न करता है जो की कुछ इस तरह है –
- Memory या Storage
- Control Unit
- ALU (Arithmetic Logic Unit)
यह तीनो CPU के मुख्य भाग होते है जिनसे वह अपना पूरा काम कर पता है जिनके बारे में आपको बताने जा रहा हु।
Memory
जब भी एक कम्प्यूटर अपना काम करता है तो उसके द्वारा CPU को कुछ निर्देश दिए जाते है वह सभी निर्देश Memory में स्टोर किये जाते है जिससे डाटा सेव रहे और जरुरत पढ़ने पर उसे उपयोग में लिया जा सके यहाँ पर मेमोरी के अंतर्गत प्राइमरी मेमोरी Ram का भी हिस्सा होता है सभी प्रोग्राम को रन करने के लिए यह एक CPU का मुख्य भाग होता है
Control Unit
इसका मुख्य कार्य यह होता है यह सभी मेमोरी के निर्देशों को ट्रांसफर करने का काम करता है यह मेमोरी से डाटा और निर्देशों को लेता है और कम्प्यूटर की दूसरी यूनिट को ट्रांसफर करने में मदद करता है और सभी निर्देशों को नियंत्रित भी करता हैं । इसके अंदर किसी भी तरह का Opration संपन्न नहीं होता है और न ही यह किसी भी तरह के डाटा को अपने अंदर स्टोर कर के रखता है। यह सभी बाहरी और आंतरिक इनपुट और आउटपुट डिवाइस के साथ हमशा संपर्क बनाये रखता है जिससे की इसे उनके द्वारा दिए गए निर्देशों के बारे में पता चल सके।
ALU (Arithmetic Logic Unit)
यह एक CPU का सबसे अंतिम भाग है इस भाग के बाद किसी भी कार्य को संपन्न करने के लिए दूसरे भाग की जरुरत नहीं पड़ती है और आउटपुट रिजल्ट प्राप्त हो जाते है इस भाग के अपने खुद के 2 सेक्शन होते हैं जो की निम्न है।
- Arithmetic
- Logic
Arithmetic
जैसा की इसके नाम से ही पता चलता है यह CPU में Arithmetic प्रोसेस को पूरा करने का काम करता है जैसे जोड़ना घटना भाग देना और गुणा करना इत्यादि को यह करता है और यह सभी प्रक्रियाए यह दोहराता भी रहता है यह सभी प्रोसेस काफी जल्दी पूरा कर देता है जो की Arithmetic सेक्शन के अंतर्गत आता है।
Logic
CPU के इस भाग में डाटा को सेलेक्ट ,एक साथ जोड़ना, किसी भी डाटा का मिलान करना ये सभी किया जाता है और यह सभी कार्यो को बिना किसी भी त्रुटि के संपन्न करता है जिससे की यूजर को कोई भी परेशानी उत्पन्न नहीं होती है।
Intel और AMD में अंतर
यहाँ मेने आपको Intel और AMD प्रोसेसर के बारे टेबल के द्वारा समझाया है जो की इस प्रकार है –
Intel | AMD |
ये प्रोसेसर थोड़े महंगे होते है | यह प्रोसेसर थोड़े सस्ते होते है |
ये कम बिजली पर चलते है | यह ज्यादा बिजली की खपत करते है |
ये काफी फ़ास्ट होते है | यह इंटेल के मुकाबले थोड़े धीमे होते है |
यह चलते समय काम गरम होते है | यह इंटेल के मुकाबले थोड़े ज्यादा गरम होते है |
CPU की विशेषताएं
अगर CPU की विशेस्ताओ की बात की जाए तो एक CPU में बहुत सारी विशेषताएं होती है परन्तु यहाँ आपको कुछ ही विशेषताओं के बारे में बताऊंगा जिससे की आपको सही से जानकारी मिल सके। और ये विशेषताएं आप के CPU को ध्यान में रख कर बता रहा हु।
Speed – आज के सभी प्रोसेसर की स्पीड को देखा जाए तो काफी फ़ास्ट देखने को मिल जाती है जिससे की CPU काम समय में ज्यादा से ज्यादा काम कर पाने में सक्षम होता है और हमारा जो भी टास्क होता है वह जल्दी ही पूरा हो जाता है।
Multitasking – आज के समय में हम किसी भी Dual Core प्रोसेसर में एक ही समय में 2 या 2 स अधिक प्रोग्राम को आसानी से रन कर पाते है क्युकी यहाँ सॉफ्टवेयर भी काफी विकसित हुए है और प्रोसेसर तो हुए ही है। जबकि पहले के CPU में ज्यादा समय लगता था और मल्टीटास्किंग जैसे Fetures नहीं मिल पाते थे।
System Hang Problem – पहले के समय में आप किसी प्रोग्राम को रन करते थे तब CPU शक्तिशाली न होने के कारन आपका प्रोग्राम बीच में ही रुक जाता था जिससे की वही प्रोग्राम दुबारा से रन करना पड़ता था और इसकी कोई भी गारंटी नहीं होती थी की वह पूरा काम सही से कर पायेगा परन्तु अब ऐसा बिलकुल भी नहीं है ।
Pricing – अगर हम इनकी कीमत की बात करे तो इन्हे लगवाने में ज्यादा कीमत भी नहीं देना पड़ती है यह ड्यूल कोर जैसे प्रोसेसर आपको काफी सस्ते मिल जाते है।
आज आपने सीखा
मुझे उम्मीद है आपको मेरे लेख CPU क्या है (What Is CPU In Hindi) पसंद आया होगा इस पोस्ट में मैंने आपको CPU से सम्बंधित सभी तरह की जानकारी प्रदान की है जिससे की आपके मन में किसी भी तरह का संशय न रहे और आप जब भी कोई CPU बनवाने जाए तब अच्छे से CPU बनवा पाए अपने काम के हिसाब से और यदि इस पोस्ट से सम्बन्ध में आपका कोई सुझाव यह शिकायत है तब आप हमें कमेंट के माध्यम से बता सकते है और यह पोस्ट अपने दोस्तों के साथ साझा करना भी न भूले।
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